कलजुग
सच में कलजुग चल रहा है
देश का धरम के नाम पर बटवारे करने वाले
हमको सम्पर्दैक बोलते हैं
और खुद को धर्म निर्पेक्ष
क्यों लत्ते का सांप बना कर डरा रहे हो दुनिया को
पहले छू लेने दो सबको,फिर विष की चर्चा करना
जो सचमुच विषधर हैं उनका जिक्र करो तो अच्छा है
ये तो मोदी है ,फुर्सत में ,सब इसकी चर्चा करना
देश का धरम के नाम पर बटवारे करने वाले
हमको सम्पर्दैक बोलते हैं
और खुद को धर्म निर्पेक्ष
क्यों लत्ते का सांप बना कर डरा रहे हो दुनिया को
पहले छू लेने दो सबको,फिर विष की चर्चा करना
जो सचमुच विषधर हैं उनका जिक्र करो तो अच्छा है
ये तो मोदी है ,फुर्सत में ,सब इसकी चर्चा करना
राग यमन में कुछ तो गा दो
थका हुआ हूँ ,मुझे सुला दो
{शुभरात्री}
कुछ गलतियाँ क्षमा योग्य नहीं होती, वैसे इंसान से ही गलतियाँ होती हैं, एक जरा सी चूक कई बार जीवन भर काँटा बन कर चुभती रहती हैं,
थका हुआ हूँ ,मुझे सुला दो
{शुभरात्री}
कुछ गलतियाँ क्षमा योग्य नहीं होती, वैसे इंसान से ही गलतियाँ होती हैं, एक जरा सी चूक कई बार जीवन भर काँटा बन कर चुभती रहती हैं,