Saturday, December 6, 2014

गोत्र नाम

बालाजी वेद विद्यालय, तिरुपति बालाजी मंदिर, सिलवासा से साभार .................................... उन ११५ ऋषियों के नाम, जो कि हमारा गोत्र भी है.......
१.अत्रि गोत्र, २.भृगुगोत्र, ३.आंगिरस गोत्र, ४.मुद्गल गोत्र, ५.पातंजलि गोत्र, ६.कौशिक गोत्र, ७.मरीच गोत्र, ८.च्यवन गोत्र, ९.पुलह गोत्र,१०.आष्टिषेण गोत्र, ११.उत्पत्ति शाखा, १२.गौतम गोत्र,१३.वशिष्ठ और संतान (क)पर वशिष्ठ गोत्र, (ख)अपर वशिष्ठ गोत्र, (ग)उत्तर वशिष्ठ गोत्र, (घ)
पूर्व वशिष्ठ गोत्र, (ड)दिवा वशिष्ठ गोत्र !!! १४.वात्स्यायन गोत्र, १५.बुधायन गोत्र, १६.माध्यन्दिनी गोत्र, १७.अज गोत्र, १८.वामदेव गोत्र, १९.शांकृत्य गोत्र, २०.आप्लवान गोत्र, २१.सौकालीन गोत्र, २२.सोपायन गोत्र, २३.गर्ग गोत्र, २४.सोपर्णि गोत्र, २५.शाखा, २६.मैत्रेय गोत्र, २७.पराशर गोत्र, २८.अंगिरा गोत्र, २९.क्रतु गोत्र, ३०.अधमर्षण गोत्र, ३१.बुधायन गोत्र, ३२.आष्टायन कौशिक गोत्र, ३३.अग्निवेष भारद्वाज गोत्र, ३४.कौण्डिन्य गोत्र, ३५.मित्रवरुण गोत्र, ३६.कपिल गोत्र, ३७.शक्ति गोत्र, ३८.पौलस्त्य गोत्र, ३९.दक्ष गोत्र, ४०.सांख्यायन कौशिक गोत्र, ४१.जमदग्नि गोत्र, ४२.कृष्णात्रेय गोत्र, ४३.भार्गव गोत्र, ४४.हारीत गोत्र, ४५.धनञ्जय गोत्र, ४६.पाराशर गोत्र, ४७.आत्रेय गोत्र, ४८.पुलस्त्य गोत्र, ४९.भारद्वाज गोत्र, ५०.कुत्स गोत्र, ५१.शांडिल्य गोत्र, ५२.भरद्वाज गोत्र, ५३.कौत्स गोत्र, ५४.कर्दम गोत्र, ५५.पाणिनि गोत्र, ५६.वत्स गोत्र, ५७.विश्वामित्र गोत्र, ५८.अगस्त्य गोत्र, ५९.कुश गोत्र, ६०.जमदग्नि कौशिक गोत्र, ६१.कुशिक गोत्र, ६२. देवराज गोत्र, ६३.धृत कौशिक गोत्र, ६४.किंडव गोत्र, ६५.कर्ण गोत्र, ६६.जातुकर्ण गोत्र, ६७.काश्यप गोत्र, ६८.गोभिल गोत्र, ६९.कश्यप गोत्र, ७०.सुनक गोत्र, ७१.शाखाएं गोत्र, ७२.कल्पिष गोत्र, ७३.मनु गोत्र, ७४.माण्डब्य गोत्र, ७५.अम्बरीष गोत्र, ७६.उपलभ्य गोत्र, ७७.व्याघ्रपाद गोत्र, ७८.जावाल गोत्र, ७९.धौम्य गोत्र, ८०.यागवल्क्य गोत्र, ८१.और्व गोत्र, ८२.दृढ़ गोत्र, ८३.उद्वाह गोत्र, ८४.रोहित गोत्र,८५.सुपर्ण गोत्र, ८६.गालिब गोत्र, ८७.वशिष्ठ गोत्र, ८८.मार्कण्डेय गोत्र, ८९.अनावृक गोत्र, ९०.आपस्तम्ब गोत्र, ९१.उत्पत्ति शाखा गोत्र, ९२.यास्क गोत्र, ९३.वीतहब्य गोत्र, ९४.वासुकि गोत्र, ९५.दालभ्य गोत्र, ९६.आयास्य गोत्र, ९७.लौंगाक्षि गोत्र, ९८.चित्र गोत्र, ९९.विष्णु गोत्र, १००.शौनक गोत्र, १०१.पंचशाखा गोत्र, १०२.सावर्णि गोत्र, १०३.कात्यायन गोत्र, १०४.कंचन गोत्र, १०५.अलम्पायन गोत्र, १०६.अव्यय गोत्र, १०७.विल्च गोत्र, १०८.शांकल्य गोत्र, १०९.उद्दालक गोत्र, ११०.जैमिनी गोत्र, १११.उपमन्यु गोत्र, ११२.उतथ्य गोत्र, ११३.आसुरि गोत्र, ११४.अनूप गोत्र, ११५.आश्वलायन गोत्र !!!!!
कुल संख्या १०८. ही है, लेकिन इनकी छोटी-छोटी ७ शाखा और हुई है ! इस प्रकार कुल मिलाकर इनकी पुरी संख्या ११५ है !

Thursday, October 9, 2014

R L & R L

प्यारी बहनों

घरवालों से आपको बहुत उम्मीदें है।।

रील लाइफ और रियल लाइफ में बहुत फर्क है।।

3 घंटे की पिक्चर और पूरी जिंदगी में बहुत फर्क है।।

घर से भाग जाना तुम्हारे लिए बहुत छोटी बात है पर तुम्हारे घरवालों के लिए बहुत बड़ी बात है।।

जिन्दगी भर के लिए कलंक लग जाता है।।
वो सर उठा के नहीं जी सकते तुम्हारी वजह से।।

इसी कारण कन्या भ्रूण हत्या और बालविवाह में वृद्धि होती है।।

कितने अरमान होते है माँ बाप को आप से।।
और आप उन अरमानों पर एक पल में पानी फेर देते है।।

कई लड़कियां कहती है मेरी लाइफ है मैं खुद निर्णय लूंगी।।
हाँ तुम लोगों की लाइफ है तुम खुद निर्णय लो पर,, तुम्हारा उन लोगो के लिए भी कुछ फर्ज़ बनता है।।
क्या तुम्हारा उनके प्रति कोई दायित्व नहीं है????

किसी के माँ बाप नहीं चाहते की उसकी बेटी दुखी रहे, वो तो खुद चाहते है की उनकी बेटी जहाँ भी रहे खुश रहे,, वो जो भी करते है आपकी खुशी के लिए करते।।

बहुत अरसे से चल रहे माँ बाप के प्यार को छोड़ कर दो दिन पहले वाले प्यार के लिए तुम लोग अपना घर छोड़ देती हो।।

इस फ़िल्मी दुनिया से बाहर निकलो और असली दुनिया में जिओ।।

फिल्मों के दुनिया वास्तविकता की दुनियां से मीलों दूर है।।

So plzz अपने माँ बाप की इज्जत का ख्याल करो।।
उनको इज्जत को मिट्टी में मत मिलाओ।।
उनकी ख़ुशी में अपनी ख़ुशी ढूंढो।।

बाकि दुनिया वालों को मजबूर मत करो कि आपकी वजह से वो किसी लक्ष्मी को जन्म से पहले ही उनको इस दुनिया में आने से रोक दे।।

Wednesday, July 23, 2014

अन्त में हम दोनों ही होंगे

Nice one..it's different from all husband wife jokes....

अन्त में हम दोनों ही होंगे !!!.

भले झगडे, गुस्सा करे, एक दुसरे पर टुट पड़े
एक दुसरे पर दादागिरि करने के लिये, अन्त में हम दोनों ही होंगे

जो कहना हे  वह कह ले, जो करना हे वह कर ले
एक दुसरे के चश्मे और लकड़ी ढुंढने में, अन्त में हम दोनों ही होंगे

मैं रूठु  तो तुम मना लेना, तुम रूढ़ो तो  मै मना  लुगा
एक दुसरे को लाड़  लड़ाने के लिये, अन्त में हम दोनों ही होंगे

आँखे जब धुँधली होंगी, याददाश्त जब कमजोर होंगी
तब एक दूसरे को एक दूसरे मे ठूँढने के लिए, अन्त में हम दोनों ही होंगे

घुटने जब दुखने लगेंगे, कमर भी झुकना  बंद करेगी
तब एक दूसरे के पांव के नाखून काटने के लिए, अन्त में हम दोनों ही होंगे

"मेरी हेल्थ  रिपोर्ट  एकदम नोर्मल है, आइ एम आलराईट
 ऐसा कह कर ऐक दूसरे को बहकाने के लिए, अन्त में हम दोनों ही होंगे

साथ जब छुट जायेगा, बिदाई की घड़ी  जब आजायेगी
तब एक दूसरे को माफ करने के लिए, अन्त में हम दोनों ही होंगे.
So don't fight all married cpl ....aur ho bhi to 1-2 ghante m vapis man jao ....without egos हम दोनों ही होंगे !!!.

Wednesday, June 11, 2014

तन्हाई

तन्हाई तो साथी है अपनी
जिन्दगी के हर एक पल की ........
चलो ये शिकवा भी दूर हुआ
कि किसी ने साथ नहीं दिया .....!

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Monday, June 9, 2014

****दास्ताने-ज़िन्दगी****


कह रहा हूँ दास्ताने-ज़िन्दगी।
ग़म-ख़ुशी हैं दरमियाने-ज़िन्दगी।।
मौत की क्यों फ़िक्र वो तो आएगी।
आओ गायें हम तराने-ज़िन्दगी।।
खट्टे-मीठे कितने अनुभव रोज़ ही.
मिलते हैं हमको बहाने-ज़िन्दगी।।
है जहाँ पर प्यार सँग सब्रो-सुकूं।
है वहां पर आशियाने-ज़िन्दगी।।
ख़ुदकुशी को जा रहा था कोई जब।
आ गया कोई बचाने ज़िन्दगी।।
बाँटिये मुस्कान औरों को सदा।
फिर लगेगी मुस्कुराने ज़िन्दगी।।

मिलन के ख्याल
                         **
जब वह शर्मसार होते हैं; तो चहेरे पे गुलाब होते हैं .
आँखों मे शोख़ी,होटों मे मुस्कान;दिल मे तूफ़ान होते हैं .
                          **
जब वह निहारें तिरछी नज़र से;दिल तार-तार होते हैं .
क़सम खुदा की, जन्नत सी नसीब,जब वह मेहरबाँ होते हैं .
                         **
काज़ल भरे मद-मस्त कजरारे नयन; बादल से होते हैं .
कभी पलक झपकाना, कभी मुस्कुराना;अन्दर तूफान होते हैं .
                         **
मिलन की चाह मे ख़ुशियों से दिल तो बे-लगाम होते हैं .
अरमां हरदम तड़पते सीने मे;लब्ज़ लब्बो पे बेजुवां होते हैं .
                          **
इश्क़ छु पाया नहीं जा सकता;अदाओं से खुद बयाँ होते हैं .
इश्क़ मे जुनून इतना;मर-मिट जाने को भी रज़ामन्द होते हैं .
                        **
परवाने को लुभाने शमा का ज़लवा रोशन सिंगार होते है
नसीहत काम न आये,बेचैन दिल मे बिरह से ज़ख्म होते है;
                          **
नादान दिल मे मिलन की फ़ितरत,मुश्किल से रुके होते है .
जज़्बा पत्थर सा;ज़ेहन मे सिर्फ़ उनसे मिलन के ख्याल होते है

वह नन्ही सी लड़की ...

मैं एक दुकान में
खरीददारी कर रहा था,
तभी मैंने उस दुकान के कैशियर को एक 5-6
साल की लड़की से
बात करते हुए देखा |

कैशियर बोला :~
"माफ़ करना बेटी,
लेकिन इस गुड़िया को
खरीदने के लिए
तुम्हारे पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं|"

फिर उस छोटी सी
लड़की ने मेरी ओर
मुड़ कर मुझसे पूछा:~

"अंकल,
क्या आपको भी यही लगता है
कि मेरे पास पूरे पैसे नहीं हैं?''

मैंने उसके पैसे गिने
और उससे कहा:~
"हाँ बेटे,
यह सच है कि तुम्हारे पास
इस गुड़िया को खरीदने के लिए पूरे पैसे
नहीं हैं"|

वह नन्ही सी लड़की
अभी भी अपने
हाथों में गुड़िया थामे हुए खड़ी थी |
मुझसे रहा नहीं गया |
इसके बाद मैंने उसके पास जाकर उससे
पूछा कि यह गुड़िया वह किसे
देना चाहती है?

इस पर उसने
उत्तर दिया कि यह
वो गुड़िया है,
जो उसकी बहन को
बहुत प्यारी है |
और वह इसे,
उसके जन्मदिन के लिए उपहार
में देना चाहती है |

यह गुड़िया पहले मुझे
मेरी मम्मी को देना है,
जो कि बाद में
जाकर मेरी बहन को दे देंगी"|

यह कहते-कहते
उसकी आँखें नम हो आईं थी
मेरी बहन भगवान के घर गयी है...

और मेरे पापा कहते हैं
कि मेरी मम्मी भी जल्दी-ही भगवान से
मिलने जाने वाली हैं|
तो, मैंने सोचा कि
क्यों ना वो इस
गुड़िया को अपने साथ ले जाकर, मेरी बहन
को दे दें...|"

मेरा दिल धक्क-सा रह गया था |

उसने ये सारी बातें
एक साँस में ही कह डालीं
और फिर मेरी ओर देखकर बोली -
"मैंने पापा से कह दिया है कि मम्मी से
कहना कि वो अभी ना जाएँ|

वो मेरा,
दुकान से लौटने तक का
इंतजार
करें|

फिर उसने मुझे एक बहुत प्यारा-
सा फोटो दिखाया जिसमें वह
खिलखिला कर हँस
रही थी |

इसके बाद उसने मुझसे कहा:~
"मैं चाहती हूँ कि मेरी मम्मी,
मेरी यह
फोटो भी अपने साथ ले जायें,
ताकि मेरी बहन मुझे भूल नहीं पाए|
मैं अपनी मम्मी से बहुत प्यार करती हूँ और
मुझे नहीं लगता कि वो मुझे ऐसे छोड़ने के
लिए राजी होंगी,
पर पापा कहते हैं कि
उन्हें मेरी छोटी
बहन के साथ रहने के
लिए जाना ही पड़ेगा |

इसके बाद फिर से उसने उस
गुड़िया को ग़मगीन आँखों-से खामोशी-से
देखा|

मेरे हाथ जल्दी से
अपने बटुए ( पर्स ) तक
पहुँचे और मैंने उससे कहा:~

"चलो एक बार
और गिनती करके देखते हैं
कि तुम्हारे पास गुड़िया के
लिए पर्याप्त पैसे हैं या नहीं?''

उसने कहा-:"ठीक है|
पर मुझे लगता है
मेरे पास पूरे पैसे हैं"|

इसके बाद मैंने
उससे नजरें बचाकर
कुछ पैसे
उसमें जोड़ दिए और
फिर हमने उन्हें
गिनना शुरू किया |

ये पैसे उसकी
गुड़िया के लिए काफी थे
यही नहीं,
कुछ पैसे अतिरिक्त
बच भी गए
थेl |

नन्ही-सी लड़की ने कहा:~
"भगवान्
का लाख-लाख शुक्र है
मुझे इतने सारे पैसे
देने के लिए!

फिर उसने
मेरी ओर देख कर
कहा कि मैंने कल
रात सोने से पहले भगवान् से
प्रार्थना की थी कि मुझे इस
गुड़िया को खरीदने के
लिए पैसे दे देना,
ताकि मम्मी इसे
मेरी बहन को दे सकें |
और भगवान् ने मेरी बात सुन ली|

इसके अलावा
मुझे मम्मी के लिए
एक सफ़ेद गुलाब
खरीदने के लिए भी पैसे चाहिए थे, पर मैं भगवान से
इतने ज्यादा पैसे मांगने
की हिम्मत नहीं कर पायी थी
पर भगवान् ने तो
मुझे इतने पैसे दे दिए हैं
कि अब मैं गुड़िया के साथ-साथ एक सफ़ेद
गुलाब भी खरीद सकती हूँ !
मेरी मम्मी को सफेद गुलाब बहुत पसंद हैं|

"फिर हम वहा से निकल गए |
मैं अपने दिमाग से उस छोटी-
सी लड़की को
निकाल नहीं पा रहा था |

फिर,मुझे दो दिन पहले
स्थानीय समाचार
पत्र में छपी एक
घटना याद आ गयी
जिसमें
एक शराबी
ट्रक ड्राईवर के बारे में
लिखा था|

जिसने नशे की हालत में
मोबाईल फोन पर
बात करते हुए एक कार-चालक
महिला की कार को
टक्कर मार दी थी,
जिसमें उसकी 3 साल
की बेटी की
घटनास्थल पर ही
मृत्यु
हो गयी थी
और वह महिला कोमा में
चली गयी थी|
अब एक महत्वपूर्ण निर्णय उस परिवार
को ये लेना था कि,
उस महिला को जीवन
रक्षक मशीन पर बनाए रखना है
अथवा नहीं?
क्योंकि वह कोमा से बाहर
आकर,
स्वस्थ हो सकने की
अवस्था में
नहीं थी |

"क्या वह परिवार इसी छोटी-
लड़की का ही था?"

मेरा मन रोम-रोम काँप उठा |
मेरी उस नन्ही लड़की
के साथ हुई मुलाक़ात के 2 दिनों बाद मैंने अखबार में
पढ़ा कि उस
महिला को बचाया नहीं जा सका,

मैं अपने आप को
रोक नहीं सका और अखबार
में दिए पते पर जा पहुँचा,
जहाँ उस महिला को
अंतिम दर्शन के लिए
रखा गया था
वह महिला श्वेत धवल
कपड़ों में थी-
अपने हाथ में
एक सफ़ेद गुलाब
और उस छोटी-सी लड़की का वह
फोटो लिए हुए और उसके सीने पर रखी हुई
थी -
वही गुड़िया |
मेरी आँखे नम हो गयी,
मैं नम आँखें लेकर वहाँ से लौटा|

उस नन्ही-सी लड़की का
अपनी माँ और
उसकी बहन के लिए
जो प्यार था,
वह शब्दों में
बयान करना मुश्किल है |

और ऐसे में,
एक शराबी चालक ने
अपनी घोर
लापरवाही से क्षण-भर में
उस लड़की से
उसका सब कुछ
छीन लिया था....!!!

इस कहानी से
सिर्फ और सिर्फ
एक पैग़ाम
देना चाहता हूँ

कृपया

Friday, April 5, 2013

कलजुग

सच में कलजुग चल रहा है
देश का धरम के नाम पर बटवारे करने वाले
हमको सम्पर्दैक बोलते हैं
और खुद को धर्म निर्पेक्ष

क्यों लत्ते का सांप बना कर डरा रहे हो दुनिया को
पहले छू लेने दो सबको,फिर विष की चर्चा करना
जो सचमुच विषधर हैं उनका जिक्र करो तो अच्छा है
ये तो मोदी है ,फुर्सत में ,सब इसकी चर्चा करना



















राग यमन में कुछ तो गा दो
थका हुआ हूँ ,मुझे सुला दो
{शुभरात्री}

कुछ गलतियाँ क्षमा योग्य नहीं होती, वैसे इंसान से ही गलतियाँ होती हैं, एक जरा सी चूक कई बार जीवन भर काँटा बन कर चुभती रहती हैं,

Saturday, February 16, 2013

संत वैलेंटाईन

क्या आप को पता है संत वैलेंटाईन आर्य और भारत के निवासी थे उन्होने ही दुनिया को प्रेम का संदेश दिया था। वे छत्तीसगढ़ के फ़लम नार के निवासी थे और वहा से रोम तक प्रेम का संदेश देते गये थे। उनका संस्कृत नाम विलोनत्रिक अनश्य था जो कि लैटीन मे अपभ्रंश होकर वैलेन्टिनस हो गया।
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आयं आप नही मानते

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अगस्त्य संहिता मे उनके बारे मे पूरा एक अध्याय है वे गुरू अगस्तय के कहने से ही उस समय के रोम जो कि आर्यावर्त का हिस्सा था गये थे
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आयं आप अब भी नही मानते

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\क्यो मानोगे देश द्रोही बिकाउ भांड इसाई मुसलमान के वंशज जो ठहरे जिनका एकमात्र कार्य हिंदु धर्म को नीचा दिखाना और विधर्मियो कि तारीफ़ करना है

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आप तो यह भी नही मानोगे कि मक्का मे शिव मंदिर था जिसे ही अंदर छुपा कर उसकी शक्ति ले उसके उपर काबा बनाया गया है। वहा के कुंओ मे तेल दरासल शिव जी द्वारा समुद्र मंथन मे निगला गया विष है जिसे शिव जी ने रेगिस्तान मे गहरे रख दिया था।
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यहा तक कि ताजमहल वास्तव मे तेजोमहालय था जिसे शाहजहां ने अपना मकबरा बना लिया था

बोलो भारत माता की जय

भोजशाला मध्य प्रदेश


12 मई 1997 को माँ सरस्वती की प्राकट्य स्थली भोजशाला मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री दिग्यविजय सिंह के द्वारा हिन्दुओं के लिये पूर्ण प्रतिबंधित कर दी गयी थी. किन्तु आज वहाँ पूजा भी होती है और नमाज़ भी अता की जाती है. यह मिसाल है उस भारत की जहाँ सभेी धर्मों को एक समान माना जाता है. अपनी इसी पहचान के कारण हमारी हिन्दू संस्कृ्ति बची हुई है और पश्चिम के लोग इसे लगातार स्वीकार भी कर रहे हैं. आज जब काँग्रेसी छल से उबरता हुआ समाज जाति धर्म से उपर उठकर विकास की नयी इबारते लिखने वालों को अपना नेता चुन रहा है तब फिर से भारतीय जनमानस को धार्मिक रंग में रंगकर एक वीभत्स खेल खेलने की असफल कोशिश की गयी थी. मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार इस षडयंत्र को विफल करने के लिये वास्तव में बधाई की पात्र है. जरा सोचिये! अगर वहाँ आज प्रशासन की देखरेख में नमाज़ न अता की गयी होती तो इसे कैसा राजनैतिक रंग दिया जाता. काँग्रेस के कुप्रचार को दरकिनार कर जब एक समाज विकास एवं सुशासन के लिये आपके पास आ रहा हो, उसे आपकी छोटी सी जिद फिर से छिटका सकती है और काँग्रेस यही चाहती है. जो लोग दिल्ली के सुभाष पार्क से भोजशाला की तुलना कर रहे हैं, उन्हे बताना चाहूँगा कि न्याय व्यवस्था का सम्मान न करना कुशासन है और कोई अच्छी सरकार यह कार्य नहीं करेगी.
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह, मध्य प्रदेश

‎12 मई 1997 को माँ सरस्वती की प्राकट्य स्थली भोजशाला मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री दिग्यविजय सिंह के द्वारा हिन्दुओं के लिये पूर्ण प्रतिबंधित कर दी ग...यी थी. किन्तु आज वहाँ पूजा भी होती है और नमाज़ भी अता की जाती है. यह मिसाल है उस भारत की जहाँ सभेी धर्मों को एक समान माना जाता है. अपनी इसी पहचान के कारण हमारी हिन्दू संस्कृ्ति बची हुई है और पश्चिम के लोग इसे लगातार स्वीकार भी कर रहे हैं. आज जब काँग्रेसी छल से उबरता हुआ समाज जाति धर्म से उपर उठकर विकास की नयी इबारते लिखने वालों को अपना नेता चुन रहा है तब फिर से भारतीय जनमानस को धार्मिक रंग में रंगकर एक वीभत्स खेल खेलने की असफल कोशिश की गयी थी. मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार इस षडयंत्र को विफल करने के लिये वास्तव में बधाई की पात्र है. जरा सोचिये! अगर वहाँ आज प्रशासन की देखरेख में नमाज़ न अता की गयी होती तो इसे कैसा राजनैतिक रंग दिया जाता. काँग्रेस के कुप्रचार को दरकिनार कर जब एक समाज विकास एवं सुशासन के लिये आपके पास आ रहा हो, उसे आपकी छोटी सी जिद फिर से छिटका सकती है और काँग्रेस यही चाहती है. जो लोग दिल्ली के सुभाष पार्क से भोजशाला की तुलना कर रहे हैं, उन्हे बताना चाहूँगा कि न्याय व्यवस्था का सम्मान न करना कुशासन है और कोई अच्छी सरकार यह कार्य नहीं करेगी।

आज आकलन करना इतना कठिन लग रहा है जितना कभी भी नहीं था ....
कुछ मित्र मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार से नाराज़ है और होना भी चाहिए मैं भी हूँ ,, सिर्फ नाराज़ नहीं अत्यधिक क्रोधित भी हूँ ,,,,
लेकिन आकलन करता हूँ तो स्तिथि कुछ और होती है ....

अगर मंगलवार को ईद पड़े तो ? क्या हिन्दू मंगलवार को वहां नमाज़ पड़ने देते ??
... हाँ भोजशाला एक मंदिर है यह अटल सत्य है किन्तु २००६ से पहले कितने फेसबुक मित्र भोजशाला के विषय में जानते थे ? जैसा आज हुआ है उस दिन भी वैसा ही हुआ था ...

२००३ तक भोजशाला में हिन्दुओं का प्रवेश ना के बराबर था साल में केवल एक बार बसंत पंचमी को .. सर्वोच्च न्यायालय का आदेश ,, राम जन्म भूमि की तरह |

दिग्विजय सिंह ने खुद खड़े होकर कहा की कोई हिन्दू यहाँ नहीं घुसेगा यहाँ सिर्फ नमाज़ होगी ,, खाल खिचवा लूंगा अगर किसी को मस्जिद में देख लिया ,, यानी दिग्विजय के मुताबिक़ भोजशाला मस्जिद थी ... हिन्दू चुप नामर्दों की तरह , नहीं गए मंदिर , नहीं की पूजा ||

मध्य प्रदेश सत्ता परिवर्तन , भाजपा सत्ता पर काबिज ,,, ध्यान दे भाजपा के चुनावी मुद्दे में भोजशाला को पुनः मंदिर के रूप में भव्य रूप देना था ,, मगर केंद्र का सत्ता परिवर्तन हो जाता है | सर्वोच्च न्यायालय में भाजपा शासित मध्य प्रदेश सरकार किसी तरह से मंगलवार को पूजन और अन्य दिवस पर भोजशाला दर्शन की अनुमति ले लेती है , न्यायालय अनुमति देता है किन्तु विवाद के निपटने तक शुक्रवार की नमाज़ निरंतर चालू रखने का आदेश देती है |

कहते है की इंसान की एक गलती उसकी सौ अच्छाईयों को समाप्त कर देती है ऐसा ही हुआ शिवराज सिंह के साथ ,,,

आज निंदा के पात्र बने शिवराज सिंह वो ही शिवराज सिंह है जिन्होंने मध्य प्रदेश में मुस्लिमों के विरोध के बाद लाखो की संख्या में सूर्य नमस्कार कर विश्व कीर्तिमान बनाया | ऐसा भारत के अन्य किसी राज में नहीं हुआ सरकार भले ही जिसकी भी हो |

आज निंदा का पात्र बने शिवराज सिंह वही शिवराज सिंह है जिसने पुरे भारत के मुस्लिम मौलवियों के कड़े विरोध के बाद गीता को मध्यप्रदेश में पाठ्यक्रम में शामिल किया ,, ऐसा भारत के अन्य किसी राज में नहीं हुआ सरकार भले ही जिसकी भी हो |

आज निंदा का पात्र बने शिवराज सिंह वही शिवराज सिंह है जिसने जिस भोजशाला में बरसो हिन्दू जाने से डरते थे उस भोज शाळा में पूजा अर्चना शुरू की गई |

आज निंदा का पात्र बने शिवराज सिंह वही शिवराज सिंह है जिसने पुरे भारत के मुस्लिम मौलवियों के कड़े विरोध के बाद गीता को मध्यप्रदेश में पाठ्यक्रम में शामिल किया ,, ऐसा भारत के अन्य किसी राज में नहीं हुआ सरकार भले ही जिसकी भी हो |

आज निंदा का पात्र बने शिवराज सिंह वही शिवराज सिंह है जिसने जिस भोजशाला में बरसो हिन्दू जाने से डरते थे उस भोज शाळा में पूजा अर्चना शुरू की गई |
खैर निंदा तो होनी चाहिए क्योकि हम हिन्दू है और भोजशाला हमारी आस्था से जुड़ा हुआ मुद्दा है ,,, भले ही पिछले २ महा के आव्हान के बाद आज शिवराज सिंह की निंदा करने वाले उनको मुल्ला कहने वाले लोग भोजशाला में होने वाली पूजा में हिस्सा लेने नहीं गए |

27 में से 24 सीटें जामनगर में मुल्लों ने भाजपा के टिकट पर जीती ,, 24 मुल्लों में से ही एक मेयर बनेगा , फिर विधायक , फिर सांसद फिर अकबरुद्दीन और असयुद्दीन ओवैसी ,,, लेकिन आज शिवराज सिंह को मुल्ला कहने वाले महानुभाव जामनगर में मुस्लिमो की जीत पर जय जय कार कर रहे थे|

हिन्दुस्थान की १९४७ के बाद की गांधीवादी अहिंसा के पालक सेकुलर जीव यदि उस समय एक हो गए होते और उसी समय सरकार पर अपना दबाब बना दिया होता तो आज यह स्तिथि ना होती ||

खैर मध्य प्रदेश सरकार और शिवराज सिंह का विरोध होना चाहिए और इतना होना चाहिए के अगले चुनाव में दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बने और भोजशाला में पूजा फिर से बंद हो सके |
भाजपा का विरोध होना चाहिए ताकि २०१४ में कांग्रेस फिर से सत्ता में आये और सुभाष पार्क के अलावा भी और मस्जिदे बनायीं जा सके ||

जय जय सियाराम ,, जय जय महाकाल ,, जय जय माँ भारती ,, जय जय माँ जननी ||

संघे शक्ति कलियुगे ...........

Gandhi statue

पटना में स्थापित की गई विश्व की सबसे ऊंची गांधी प्रतिमा

 पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान के साथ शुक्रवार को एक नई उपलब्धि जुड़ गई। महात्मा गांधी की विश्व में अब तक की सबसे ऊंची प्रतिमा का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वसंत पंचमी की सुबह अनावरण किया। गांधीवादी विचारक रजी अहमद ने बताया कि इस 40 फीट ऊंची कांस्य की प्रतिमा का बेस 34 फीट है। इस हिसाब से पूरी प्रतिमा 74 फीट ऊंची है। प्रतिमा अनावरण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बापू की यह प्रतिमा बगैर किताब पढ़े लोगों को आजादी की लड़ाई की कहानी बताएगी। प्रतिमा आने वाली पीढि़यों को देश की आजादी में दी गई कुर्बानी की याद दिलाएगी।